सिद्धार्थ यादव जो एल्विश यादव के नाम से मशहूर हैं। वह पिछले कुछ समय से सुर्खियों में बने हुए हैं। एल्विश यादव ने 29 अप्रैल 2016 को अपने यूट्यूब करियर की शुरुआत की और बहुत मशहूर हो गए। उनके यूट्यूब चैनल पर 13.2 मिलियन सब्सक्राइबर और 1.16 बिलियन व्यूज हैं। उन्होंने शुरुआत में अपने चैनल का नाम ‘द सोशल फैक्ट्री’ रखा, लेकिन बाद में नाम बदलकर एल्विश यादव रख लिया।
एल्विश यादव हरियाणवी कॉमेडी और रोस्ट वीडियो बनाते हैं, जो इन दिनों युवा पीढ़ी को खूब पसंद आ रहे हैं। उनकी प्रसिद्धि और फैन फॉलोइंग के कारण उन्हें बिग बॉस OTT सीजन 2 में वाइल्ड कार्ड एंट्री मिली और उन्होंने जीत भी हासिल की। इसके बाद से ही एल्विश यादव विवादों से घिरे हुए हैं।
क्यों हुई एल्विश यादव की गिरफ़्तारी ?
एल्विश यादव पर आरोप है कि वह साँपो की तस्करी में शामिल है और सैपो का जहर निकालकर रेव पार्टी आयोजित करता था। 3 नवंबर 2023 को, नोएडा पुलिस ने कोबरा सहित नौ जहरीले सांप पाए जाने के बाद एल्विश और पांच अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
इन सांपों और सांप के जहर का इस्तेमाल कथित अवैध रेव पार्टियों में किया जाता था। मामला भाजपा सांसद मेनका गांधी के एनजीओ की शिकायत के आधार पर शुरू किया गया था, जिसमें एल्विश पर सांपों के साथ वीडियो शूट करने और सांप के जहर और दवाओं के साथ अनधिकृत पार्टियों की मेजबानी करने का आरोप लगाया गया था।
एक गुप्त ऑपरेशन में पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने एल्विश यादव को मास्टरमाइंड बताया। 17 मार्च 2024 को एक वीडियो सामने आया जिसमे नोएडा पुलिस एल्विश यादव को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जा रही है।
एल्विश यादव पर एनडीपीएस अधिनियम 1985 और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत मुक़दमा दर्ज कर के न्यायालय में पेश किया जहां से अदालत ने एल्विश यादव को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
देखें, MC Square का नया Rom Rom गाना कैसे लोगों को झूमने पर मजबूर कर रहा है